नाट्य एवं दृश्य श्रव्य संकाय
इस संकाय के अंतर्गत लोक पत्रकारिता के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और नाट्यशास्त्र एवं रंगमंच प्रशिक्षण को शामिल कर लोक नृत्य कला, लोक नाट्य कला, लोक गीत गायन कला के पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इन विभागों में स्नातक प्रतिष्ठा (ऑनर्स), स्नातकोत्तर, प्रमाण-पत्र, पत्रोपाधि, एम.फिल एवं शोध आदि पाठ्यक्रम संचालित हैं । विश्वविद्यालय से किसी भी पाठ्यक्रम को पूर्ण करने वाले छात्र को भाषा, संगणक, योग, समाज सेवा एवं भारतीय जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षण प्रशिक्षण दिया जाएगा । विश्वविद्यालय स्नातक से लेकर शोध के स्तर तक के विभिन्न समसामायिक एवं भारतीय ज्ञान-विज्ञान को प्रदर्शित करने वाले पाठ्यक्रमों को भी इस संकाय के अंतर्गत समाहित करेगा।