जैव विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन
प्रकृति व प्राकृतिक संसाधनों के प्रति रूचि रखने वाले, अंग्रेजी माध्यम में कठिनाई महसूस करने वाले वे विद्यार्थी जिन्हें अंग्रेजी माध्यम के कारण उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कठिनाई होती है, वे अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय से अपनी रूचि अनुसार पाठ्यक्रम का चयन कर सकते है।
इस प्रकार अपनी मातृभाषा में अध्ययन कर शिक्षित हो सकते है। जैवविविधता संरक्षण एवं प्रबंधन विभाग में संचालित पाठ्यक्रम द्वारा अनेक रोजगार की संभावनाएं हैं। जैवविविधता बोर्ड, ईको टूरिज्म, उद्यानिकी विभाग सहित अनेक प्रतिष्ठित और सरकारी संगठनों में रोजगार की संभावनाएं है।
इसके अतिरिक्त उक्त पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर लेने के पश्चात् नर्सरी, पुष्प उत्पादन, मशरूम उत्पादन, शहद उत्पादन आदि स्वरोजगार व्यवसाय किये जा सकते है। इस प्रकार खेती को भी उन्नत तरीके से करने की समझ विकसित होती है।
विगाभ में कार्यरत अतिथि विद्वान - डॉ संजय कुमार त्रिपाठी
शैक्षणिक योग्यता:
एम.एससी (प्राणि विज्ञान), पी.एच.डी
अनुभव - 16 वर्षो का शैक्षणिक अनुभव।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मे भाग एवं सहभागिता की गई।
शिक्षक गण :
नाम | पदनाम | विशेषज्ञता | संपर्क न. | ईमेल |
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डॉ. हितेन्द्र कुमार राम | अतिथि शिक्षक | वन परिस्थितिकी | 9669723311 | ramhitendra[at]gmail[dot]com |
डॉ. संजय कुमार त्रिपाठी | अतिथि विद्वान | पर्यावणीय जीव विज्ञान | 8827526120 | tripathi[dot]sk001[at]gmail[dot]com |
पाठ्यक्रम विवरण:
पाठ्यक्रम का नाम : एम.एससी. जैवविविधता संरक्षण एवं प्रबंधन | |
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पाठ्यक्रम का प्रकार | स्नातकोत्तर |
अवधि | 2 वर्ष |
न्यूनतम योग्यता | स्नातक ( जीव विज्ञानं समूह ) |
अनिवार्य विषय | -- |
उपलब्ध सीट | -- |
प्रवेश का माध्यम | प्रावीण सूची |
अध्ययन का माध्यम | नियमित |